सड़को पर अपना जीवन गुजर बसर करने वालों की मदद के लिए साल 2017 में आल इंडिया रोटी बैंक की स्थापना करने वाले, और गरीब मज़दूरों की जमात में रोटी वाले भैया के नाम से विख्यात किशोर कांत तिवारी का गुरुवार को कोरोना के कारण निधन हो गया। कुछ दिन पहले तेज़ बुखार की शिकायत के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
हालात बिगड़ने पर मंगलवार को देर रात वाराणसी के वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक शंकर तिवारी की पहल पर अस्पताल में एडमिट कराया गया था जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर सुनकर पूरे बनारस और उनके करीबियों में शोक की लहर फ़ैल गयी है ।
किशोरी कांत तिवारी बिहार प्रदेश में रोहतास जिले के करगहर विधानसभा क्षेत्र के भैरवा गाँव के रमेश तिवारी के पुत्र थे , और साल 2012 में पेट की बीमारी के बाद मां और पिता के साथ वाराणसी में बीएचयू में इलाज के लिए पहली बार बनारस आये थे। किशोरी कान्त तिवारी सासाराम से इंग्लिश से ग्रेजुएट थे ,उसके बाद बाहर नौकरी भी किए थे ,फिर बनारस सेट हो गए ।आपको बता दें कि किशोरी कान्त तिवारी की आंत में ट्यूमर था 2016 में वेल्लूर में उसका ऑपेरशन भी हुआ था जिससे उन्हें सांस लेने में तकलीफ भी था ।