गणतंत्र दिवस विशेष: कुछ रोचक बातें जो नहीं जानते होंगे आप | Republic Day 2023 |
कल भारत में गणतंत्र दिवस महोत्सव धूमधाम से मनाया जायेगा | स्कूल,कालेज,कार्यालय,गली-मैदान से लेकर घर के छतों पर तिरंगा शान से लहरता हुआ दिखेगा | पूरा देश गणतंत्र उत्सव को अपने तरीके से मनाएगा | लेकिन इस दिवस को लेकर आज भी कई लोग ज्यादा जानकारी नहीं रखते हैं | आज हम आपको गणतंत्र दिवस से जुड़ी हुई दिलचस्प बातों की जानकारी सवालों के माध्यम से देने जा रहे हैं |
हम गणतंत्र दिवस क्यूँ मनाते हैं ?
भारत का संविधान लागू हुआ 26 जनवरी 1950 को | एक स्वतन्त्र गणराज्य बनने और देश में कानून का राज स्थापित करने के लिए 2 नवम्बर 1949 को भारतीय संविधान सभा द्वारा इसे अपनाया गया और 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया था। इसलिए 26 जनवरी को हम गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते हैं |
गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को क्यों मनाया जाता है 26 नवंबर को क्यों नहीं ?
26 नवंबर वर्ष 1949 को भारतीय संविधान सभा ने देश के संविधान को भी अपनाया था. 26 जनवरी 1950 को ही देश को पूर्ण रूप से गणतंत्र यानी गणराज्य घोषित किया गया था. गणतंत्र दिवस इसलिए भी 26 जनवरी को मनाते हैं, क्योंकि इसी दिन वर्ष 1930 में भारतीय नेशनल कांग्रेस ने देश को पूर्ण रूप से आजाद होने की घोषणा की थी.
गणतंत्र दिवस में झंडा फहराने वाला कौन है ?
गणतंत्र दिवस पर, राष्ट्रीय ध्वज भारत के राष्ट्रपति द्वारा फहराया जाता है जो देश के पहले नागरिक और संवैधानिक प्रमुख होते हैं। जबकि प्रधानमंत्री स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण करते हैं।
प्रथम गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति कौन थे ?
उस दिन डॉ राजेंद्र प्रसाद ने भारत के पहले राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी।
संविधान कितने दिन में बना था ?
पूरा संविधान तैयार करने में 2 वर्ष, 11 माह 18 दिन लगे थे। यह 26 नवंबर, 1949 को पूरा हुआ था। 26 जनवरी, 1950 को भारत गणराज्य का यह संविधान लागू हुआ था।
1947 से पहले 26 जनवरी को क्या कहा जाता था ?