करगहर प्रखंड के शाहमल खैरा पंचायत में अजीबोगरीब मामला सामने आया है.मुख्यमंत्री सात निश्चय के अंतर्गत हर घर नल जल योजना के मद से लगी पानी की टंकी हवा में उड़कर फट गई है.अबतक उक्त गांव में इस योजना का कार्य पूरा नही हो सका था.
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टूटी पड़ी पानी टंकी |
प्राप्त जानकारी के अनुसार शाहमल खैरा पंचायत के पटवाडीह गांव (वार्ड संख्या 08) में हर घर तक शुद्ध पेयजल पहुचाने के उद्देश्य से सात निश्चय योजना के तहत पानी टंकी,उसका फाउंडेशन स्ट्रक्चर इत्यादि का निर्माण किया गया था.इस कार्य की शुरुआत वर्ष 2019 में ही हुई थी लेकिन लगभग दो वर्ष बीतने के बाद भी आजतक कार्य पूरा नहीं हो पाया था.स्ट्रक्चर बनाकर उसपर टैंक भी रख दिया गया था,लेकिन खाली टैंक हल्की हवा के दबाव में उड़कर निचे आ गया है.टैंक पूरी तरह से तहस नहस हो चूका है.
ग्रामीण अरुण कुमार पाण्डेय बताते हैं की कई बार हमलोगों ने मुखिया समेत वार्ड क्रियान्वयन समिति के सदस्यों से भी आग्रह किया की इस को चालू किया जाए लेकिन किसी ने नहीं सुना.सब कान में तेल डाल कर सो रहे थे.लाखों रूपए से पूरा होने वाला यह कार्य एक वर्ष से लंबित है.इसकी सुधि लेने वाला कोई नहीं है.
उसी गांव के धनंजय पाण्डेय कहते हैं की अब हमलोग करगहर के प्रखंड विकास पदाधिकारी और जिलाधिकारी,रोहतास को लिखित आवेदन देकर इसे शुरू करने का आग्रह करेंगे.गर्मी के महीने में गांव में पानी की बहुत दिक्कत होती है,पानी के लिए इधर उधर भटकना पड़ता है,अगर यह नल जल योजना चालू हो जाता तो बहुत राहत होगी.
इस शिकायत पर शाहमल खैरा के मुखिया का पक्ष नहीं लिया जा सका है की उनका इस सन्दर्भ में क्या जवाब है.
अगले महीने 15 जून को मुखिया समेत तमाम वार्ड सदस्यों का कार्यकाल भी समाप्त हो जाएगा.ऐसे में सवाल उठता है की इस लापरवाही और जनता के पैसे के दुरूपयोग का कौन जिम्मेदार होगा.लगभग हर प्रखंड से ऐसी खबरें आ रही हैं जहाँ नल जल योजना आज भी अधर में लटका हुआ है.जानकार बताते हैं की इस योजना के लटकने के पीछे मुखिया और वार्ड क्रियान्वयन समिति के बिच पैसे को लेकर खींचतान ही योजना के लटकने का मुख्य कारण है.
करगहर से संवाददाता ब्रजेश कुमार की रिपोर्ट