एक तरफ लगभग तमाम पंचायत प्रतिनिधि और भावी उम्मीदवार पंचायत चुनाव की दंगल में कूद चुके हैं तो वहीँ दूसरी तरफ पंचायत चुनाव के घोषणा में लगातार हो रही देरी से भावी उम्मीदवारों के पसीने भी छूट रहे हैं.पंचायत चुनाव की घोषणा के रास्ते अभी साफ़ नहीं हुए हैं.
कब हो रहा है कार्यकाल समाप्त?
बिहार में पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल 15 जून को समाप्त हो जाएगा ,ऐसे में अब यह बिलकुल संभव नहीं है की इससे पहले चुनाव प्रक्रिया सम्पन्न हो जाए.क्यूंकि अगर फैसला आ भी जाता है तो ईवीएम बनाने वाली कम्पनी को कम से कम महिना दिन का समय लगेगा ईवीएम तैयार कर आपूर्ति करने में.इधर बिहार सरकार के तरफ से खबरें आ रही हैं की कुल दस चरण में चुनाव सम्पन्न कराई जाएगी.आगर कुल मिला कर देखें तो किसी भी सुरत में कार्यकाल समाप्त होने से पूर्व चुनाव प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाएगा.
बिहार पंचायत चुनाव की मुख्य बातें
बिहार में पहली बार पंचायत चुनाव ईवीएम के माध्यम से होने जा रहा है.जिसको लेकर मामला अटका हुआ है.
इसबार आरक्षण रोस्टर में कोई बदलाव नहीं किया गया है,पिछली बार के आरक्षण रोस्टर का पालन किया जा रहा है.
उम्मीदवारों के नामांकन शुल्क भी राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा तय कर दिया गया है.
पिछली बार (2016) में 24 फरवरी को ही चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी गई थी.पहले चरण का मतदान भी 24 अप्रैल को पूरा करा लिया गया था.जबकि इसबार मामला अबतक कोर्ट में अटका पड़ा है.ऐसे में अगर नौ-दस चरण में चुनाव कराते जुलाई अगस्त का समय आ जाएगा.