पटना : बिहार राज्य में भी महामारी घोषित ब्लैक फंगस बिमारी से ग्रसित लोगों की संख्या में दिनों दिन बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। इस बिमारी के बढ़ते प्रकोप के कारण ही राज्य सरकार ने इस महामारी से ग्रसित मरीजों के इलाज को लेकर एक बहुत बड़ा एवं ठोस कदम उठाया है। बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग की तरफ से यह कहा गया है कि बिहार सरकार द्वारा प्रति मरीज चार से पांच लाख रुपये तक की दवा बिहार राज्य के सरकारी अस्पतालों में मुफ्त मुहैया कराई जा रही है, ताकी ब्लैक फंगस बिमारी से ग्रसित मरीजों की जान बचाई जा सके। इस नई महामारी से जुड़ी जानकारी खुद बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने दि है।
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mangal pandey [file photo] |
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि नई महामारी ब्लैक फंगस से बचाव के लिए उसकी दवा एंफोटेरिसिन-बी इंजेक्शन की अब तक लगभग 14 हजार वायल बिहार राज्य के विभिन्न सरकारी गैर सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध करा दि गई है।ब्लैक फंगस की चर्चा के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने राज्य में कोरोना की स्थिति पर भी चर्चा करते हुए बताया कि , बिहार में कोरोना से ठीक होने वाले लोगो का रिकवरी रेट करीब 98 फीसदी हो गया है।
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मिडिया से मुखातिब होते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि कोरोना को नियंत्रित करने के लिए बिहार सरकार ट्रेसिंग, टेस्टिंग, ट्रीटमेंट एवं ट्रैकिंग के फॉर्मूले के तहत कार्रवाई कर रही है। श्री पांडेय ने बताया कि एक मई को बिहार में कोरोना संक्रमण की दर 16 प्रतिशत के करीब था, जबकी बीते एक महीने में यह दर अब मात्र एक फीसदी रह गया है।